BSc Forensic Science कोर्से Fees, Admission, सिलेबस, Subject, जॉब, सैलरी, Career & More

BSc Forensic ScienceBSc Forensic Science का परिचय (Introduction)

BSc फॉरेंसिक साइंस, तीन साल का एक अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो विज्ञान के सिद्धांतों का उपयोग करके अपराधों की जांच करने और सबूतों का विश्लेषण करने पर केंद्रित है। यह कोर्स छात्रों को क्राइम सीन इन्वेस्टीगेशन, सबूत इकट्ठा करने और कानूनी सिस्टम की मदद के लिए वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करना सिखाता है। भारत में छात्र इस कोर्स को इसलिए चुनते हैं क्योंकि इसमें विज्ञान, रहस्य और कानून का एक अनूठा मिश्रण है। बढ़ते अपराधों के कारण फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मांग सरकारी और प्राइवेट, दोनों क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रही है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए सबसे अच्छा है जिनकी रुचि विज्ञान, खासकर बायोलॉजी और केमिस्ट्री में है, और जो पहेलियां सुलझाने, बारीकी से चीजों का विश्लेषण करने और न्याय दिलाने में मदद करने का जज्बा रखते हैं। अगर आपको क्राइम शो देखकर यह जानने की इच्छा होती है कि सबूत कैसे इकट्ठा किए जाते हैं और अपराधी कैसे पकड़ा जाता है, तो यह कोर्स आपके लिए ही बना है।

BSc Forensic Science का क्विक ओवरव्यू (Quick Information)

कोर्स का नाम बैचलर ऑफ साइंस इन फॉरेंसिक साइंस (BSc Forensic Science)
कोर्स लेवल अंडरग्रेजुएट (UG)
अवधि (Duration) 3 साल (6 सेमेस्टर में विभाजित)
योग्यता (Eligibility) साइंस स्ट्रीम (PCM/PCB) में 12वीं पास, न्यूनतम 50-60% अंकों के साथ।
एवरेज फीस (सरकारी और प्राइवेट) ₹20,000 से ₹2,50,000 प्रति वर्ष तक।
कॉमन करियर ऑप्शन फॉरेंसिक साइंटिस्ट, क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर, फॉरेंसिक एनालिस्ट, लैब असिस्टेंट।

BSc Forensic Science कोर्स ओवरव्यू

BSc फॉरेंसिक साइंस एक ऐसा कोर्स है जो आपको सिखाता है कि क्राइम की वैज्ञानिक तरीके से जांच कैसे की जाती है। इस कोर्स में आपको बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, क्रिमिनल लॉ और क्रिमिनोलॉजी जैसे कई विषय पढ़ाए जाते हैं। यह कोर्स इसलिए बहुत उपयोगी है क्योंकि आज के समय में अपराधों को सुलझाने के लिए वैज्ञानिक सबूतों की भूमिका बहुत बढ़ गई है। इस कोर्स को करने के बाद आप कई तरह की स्किल्स सीखते हैं, जैसे कि क्राइम सीन से सबूत इकट्ठा करना, फिंगरप्रिंट्स और डीएनए सैंपल का विश्लेषण करना, हैंडराइटिंग की जांच करना और डिजिटल डिवाइसेस से सबूत निकालना। यह आपको एक कुशल जांचकर्ता बनने में मदद करता है जो कानूनी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

BSc Forensic Science की पात्रता (Eligibility Criteria)

BSc फॉरेंसिक साइंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कुछ सामान्य शर्तें होती हैं, जो ज्यादातर कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में लागू होती हैं।

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड (जैसे CBSE, ISC या स्टेट बोर्ड) से 12वीं कक्षा पास होना चाहिए।
  • ज़रूरी सब्जेक्ट्स: 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम होना अनिवार्य है, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) या फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स (PCM) मुख्य विषय होने चाहिए।
  • न्यूनतम अंक: आमतौर पर 12वीं कक्षा में कम से कम 50% से 60% अंक होने चाहिए, हालांकि यह कॉलेज के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। आरक्षित श्रेणियों (SC/ST/OBC) के छात्रों को अंकों में 5% की छूट मिल सकती है।
  • एंट्रेंस एग्जाम: कुछ यूनिवर्सिटी और कॉलेज अपने स्तर पर एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं, जैसे CUET, LPUNEST, AIFSET आदि। हालांकि, कई कॉलेज 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट-बेस्ड एडमिशन भी देते हैं।
  • उम्र सीमा: इस कोर्स के लिए आमतौर पर कोई विशेष उम्र सीमा नहीं होती है, लेकिन कुछ संस्थान अपनी शर्तें रख सकते हैं।

 

BSc Forensic Science: एलिजिबिलिटी का सारांश
योग्यता 10+2 (12वीं कक्षा) पास
स्ट्रीम साइंस (PCB या PCM)
न्यूनतम अंक 50% – 60% (कॉलेज पर निर्भर)
एंट्रेंस एग्जाम CUET, LPUNEST, AIFSET (अनिवार्य नहीं)
उम्र सीमा आमतौर पर कोई नहीं

BSc Forensic Science में एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process)

BSc फॉरेंसिक साइंस में एडमिशन की प्रक्रिया हर कॉलेज में थोड़ी अलग हो सकती है, लेकिन मुख्य रूप से दो तरीके अपनाए जाते हैं: मेरिट-बेस्ड और एंट्रेंस-बेस्ड।

  • आवेदन कैसे करें: ज्यादातर कॉलेज ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी करते हैं। आपको फॉर्म भरकर, जरूरी डॉक्यूमेंट्स (जैसे 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, पहचान पत्र, फोटो) अपलोड करने होते हैं और एप्लीकेशन फीस जमा करनी होती है। कुछ कॉलेज ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार करते हैं।
  • ज़रूरी एंट्रेंस एग्ज़ाम्स: कई बड़ी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। कुछ प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम हैं:
    • CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट)
    • AIFSET (ऑल इंडिया फॉरेंसिक साइंस एंट्रेंस टेस्ट)
    • LPUNEST (लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी नेशनल एंट्रेंस एंड स्कॉलरशिप टेस्ट)
  • सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में प्रक्रिया: सरकारी यूनिवर्सिटीज में एडमिशन अक्सर CUET जैसे राष्ट्रीय स्तर के एंट्रेंस एग्जाम या राज्य स्तरीय एग्जाम के स्कोर पर आधारित होता है। वहीं, ज्यादातर प्राइवेट कॉलेज या तो अपना खुद का एंट्रेंस एग्जाम लेते हैं या फिर 12वीं के अंकों के आधार पर सीधे मेरिट-बेस्ड एडमिशन देते हैं। एडमिशन प्रक्रिया में इंटरव्यू या काउंसलिंग राउंड भी शामिल हो सकता है।

BSc Forensic Science कोर्स की फीस (Course Fees)

BSc फॉरेंसिक साइंस कोर्स की फीस कॉलेज के प्रकार (सरकारी या प्राइवेट) और उसकी सुविधाओं पर बहुत निर्भर करती है।

कॉलेज टाइप फीस (प्रति वर्ष, अनुमानित)
सरकारी कॉलेज/यूनिवर्सिटी ₹8,000 – ₹40,000
प्राइवेट कॉलेज/यूनिवर्सिटी ₹50,000 – ₹2,50,000

स्कॉलरशिप और रिज़र्वेशन: कई सरकारी और प्राइवेट कॉलेज मेधावी छात्रों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करते हैं। इसके अलावा, सरकारी नियमों के अनुसार SC/ST/OBC और अन्य आरक्षित श्रेणियों के छात्रों को फीस में छूट और सीटों में आरक्षण का लाभ मिलता है।

BSc Forensic Science के सब्जेक्ट्स और सिलेबस

यह तीन साल का कोर्स छह सेमेस्टर में बंटा होता है। इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह के विषय शामिल होते हैं। सिलेबस कॉलेज के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है, लेकिन मुख्य विषय लगभग समान रहते हैं।

  • मुख्य विषय (Core Subjects):
    • Introduction to Forensic Science
    • Criminal Law and Justice
    • Forensic Chemistry & Toxicology
    • Forensic Biology & Serology
    • Forensic Physics & Ballistics
    • Fingerprint Analysis & Questioned Documents
    • Digital Forensics
    • Forensic Psychology
  • प्रैक्टिकल वर्क और ट्रेनिंग: इस कोर्स में प्रैक्टिकल नॉलेज पर बहुत जोर दिया जाता है। छात्रों को लैब में काम करने का मौका मिलता है, जहाँ वे सबूतों की जांच करना सीखते हैं। इसके अलावा, क्राइम सीन इन्वेस्टीगेशन, एविडेंस हैंडलिंग और डीएनए एनालिसिस जैसी तकनीकों पर भी प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है। कोर्स के अंत में प्रोजेक्ट वर्क या इंटर्नशिप भी सिलेबस का हिस्सा हो सकती है।

BSc Forensic Science के बाद करियर स्कोप और जॉब ऑप्शन्स

BSc फॉरेंसिक साइंस करने के बाद करियर की संभावनाएं बहुत अच्छी हैं। आजकल हर जांच एजेंसी को फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की जरूरत पड़ती है, जिससे इस फील्ड में जॉब के मौके बढ़ गए हैं।

  • सरकारी सेक्टर: सरकारी क्षेत्र में फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की काफी मांग है। आप इन विभागों में नौकरी पा सकते हैं:
    • सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI)
    • इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB)
    • राज्य पुलिस विभाग
    • सरकारी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL)
    • नारकोटिक्स डिपार्टमेंट
    • सरकारी अस्पताल
  • प्राइवेट सेक्टर: प्राइवेट सेक्टर में भी फॉरेंसिक प्रोफेशनल्स के लिए कई अवसर हैं:
    • प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियां
    • सिक्योरिटी कंपनियां
    • बैंक और बीमा कंपनियां (फ्रॉड की जांच के लिए)
    • लॉ फर्म्स (कानूनी सलाहकार के तौर पर)
    • साइबर सिक्योरिटी और आईटी कंपनियां
  • हायर एजुकेशन के ऑप्शन: BSc के बाद आप अपनी नॉलेज और स्किल्स को बढ़ाने के लिए मास्टर्स डिग्री (MSc) कर सकते हैं। आप फॉरेंसिक साइंस, टॉक्सिकोलॉजी, साइबर फॉरेंसिक्स, या क्रिमिनोलॉजी जैसे विषयों में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। मास्टर्स के बाद PhD करके आप रिसर्च या टीचिंग के क्षेत्र में भी जा सकते हैं।
  • फ्यूचर जॉब ग्रोथ: टेक्नोलॉजी के विकास और अपराधों के बदलते तरीकों के साथ, फॉरेंसिक साइंस का क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है। डिजिटल फॉरेंसिक्स और साइबर सिक्योरिटी जैसे नए क्षेत्रों में एक्सपर्ट्स की मांग भविष्य में और भी बढ़ने की उम्मीद है।

BSc Forensic Science कोर्स के बाद सैलरी और करियर ग्रोथ

BSc फॉरेंसिक साइंस के बाद सैलरी आपके जॉब रोल, अनुभव, स्किल्स और सेक्टर (सरकारी या प्राइवेट) पर निर्भर करती है। शुरुआत में सैलरी थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन अनुभव के साथ इसमें अच्छी बढ़ोतरी होती है।

  • एंट्री-लेवल: एक फ्रेशर के तौर पर आप सालाना ₹3 लाख से ₹5 लाख तक की सैलरी की उम्मीद कर सकते हैं। इस लेवल पर आप लैब असिस्टेंट, जूनियर फॉरेंसिक एनालिस्ट या क्राइम रिपोर्टर जैसी भूमिकाओं में काम कर सकते हैं।
  • मिड-लेवल: 3 से 5 साल के अनुभव के बाद आपकी सैलरी ₹5 लाख से ₹8 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है। इस लेवल पर आप फॉरेंसिक साइंटिस्ट या क्राइम सीन इन्वेस्टिगेटर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।
  • सीनियर-लेवल: 5 साल से ज्यादा के अनुभव और स्पेशलाइजेशन के साथ आप ₹8 लाख से ₹12 लाख या उससे भी ज्यादा कमा सकते हैं। सीनियर लेवल पर आप फॉरेंसिक कंसलटेंट, लैब मैनेजर या किसी विभाग के प्रमुख बन सकते हैं।

 

अनुमानित सैलरी (INR में)
लेवल अनुमानित सैलरी (प्रति वर्ष)
एंट्री लेवल (0-2 साल) ₹3,00,000 – ₹5,00,000
मिड लेवल (3-5 साल) ₹5,00,000 – ₹8,00,000
सीनियर लेवल (5+ साल) ₹8,00,000 – ₹12,00,000+

भारत के टॉप कॉलेज्स – BSc Forensic Science कोर्स के लिए

भारत में कई सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज हैं जो BSc फॉरेंसिक साइंस का कोर्स ऑफर करती हैं। नीचे कुछ प्रमुख कॉलेजों की लिस्ट दी गई है:

कॉलेज/यूनिवर्सिटी का नाम शहर/राज्य एडमिशन प्रोसेस रैंकिंग/हाइलाइट्स
एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा, उत्तर प्रदेश मेरिट/एंट्रेंस-बेस्ड भारत की टॉप प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में से एक।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, पंजाब CUCET एंट्रेंस एग्जाम NAAC A+ ग्रेड प्राप्त।
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) जालंधर, पंजाब LPUNEST एंट्रेंस एग्जाम बड़ी और लोकप्रिय प्राइवेट यूनिवर्सिटी।
गलगोटियास यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश मेरिट-बेस्ड अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर और प्लेसमेंट सपोर्ट।
बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी, उत्तर प्रदेश मेरिट/एंट्रेंस-बेस्ड एक प्रसिद्ध सरकारी यूनिवर्सिटी।
इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, मुंबई मुंबई, महाराष्ट्र मेरिट-बेस्ड महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्थापित स्पेशलाइज्ड इंस्टिट्यूट।
शारदा यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश SUAT (एंट्रेंस एग्जाम) / मेरिट मॉडर्न लैब्स और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर फोकस।

BSc Forensic Science के बारे में अंतिम शब्द

BSc फॉरेंसिक साइंस उन छात्रों के लिए एक शानदार करियर विकल्प है जो विज्ञान की मदद से समाज में बदलाव लाना चाहते हैं और न्याय व्यवस्था का हिस्सा बनना चाहते हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण लेकिन बहुत ही रोमांचक फील्ड है। अगर आप इस कोर्स में एडमिशन लेने की सोच रहे हैं, तो हमारी सलाह है कि आप अपनी रुचि के कॉलेजों की ऑफिशियल वेबसाइट्स को नियमित रूप से चेक करें ताकि आपको एडमिशन प्रक्रिया, फीस और सिलेबस की सबसे सटीक और अपडेटेड जानकारी मिल सके।

अभिभावकों को भी अपने बच्चों की रुचि को समझना चाहिए और इस अनोखे करियर पथ पर आगे बढ़ने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। यदि आपके मन में इस कोर्स से जुड़ा कोई और सवाल है, तो आप नीचे कमेंट्स में पूछ सकते हैं।

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