B.Com in Supply Chain Management कोर्से Fees, Admission, सिलेबस, Subject, जॉब, सैलरी, Career & More

B.Com in Supply Chain ManagementB.Com in Supply Chain Management एक ऐसा अंडरग्रेजुएट कोर्स है जो स्टूडेंट्स को सामान (goods) और सेवाओं (services) के बहाव को मैनेज करना सिखाता है। इसमें कच्चे माल की खरीद से लेकर फाइनल प्रोडक्ट को ग्राहक तक पहुंचाने तक की पूरी प्रक्रिया शामिल होती है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहतरीन है जिनकी रुचि प्लानिंग, मैनेजमेंट और लॉजिस्टिक्स में है। भारत में ई-कॉमर्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के तेजी से बढ़ने के कारण इस फील्ड में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की मांग काफी बढ़ गई है। यह कोर्स छात्रों को सिखाता है कि किसी भी बिजनेस के सप्लाई चेन को कैसे बेहतर, तेज और सस्ता बनाया जा सकता है, जिससे कंपनी का मुनाफा बढ़ता है और ग्राहक भी खुश रहते हैं। इस कोर्स को करने वाले स्टूडेंट्स सीखते हैं कि सप्लाई चेन में आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे करना है और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके काम को और बेहतर कैसे बनाना है।

B.Com in Supply Chain Management का क्विक ओवरव्यू (Quick Information)

कोर्स का नाम बैचलर ऑफ कॉमर्स इन सप्लाई चेन मैनेजमेंट (B.Com in Supply Chain Management)
कोर्स लेवल अंडरग्रेजुएट (UG)
अवधि (Duration) 3 साल (6 सेमेस्टर में विभाजित)
योग्यता (Eligibility) किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पास (कॉमर्स स्ट्रीम को प्राथमिकता)
एवरेज फीस (सरकारी और प्राइवेट) ₹35,000 से ₹11,00,000 (पूरे कोर्स के लिए)
कॉमन करियर ऑप्शन लॉजिस्टिक्स मैनेजर, सप्लाई चेन एनालिस्ट, इन्वेंटरी मैनेजर, प्रोक्योरमेंट मैनेजर

B.Com in Supply Chain Management कोर्स ओवरव्यू

यह कोर्स मुख्य रूप से बिजनेस और कॉमर्स के सिद्धांतों को सप्लाई चेन मैनेजमेंट की विशेष जानकारी के साथ जोड़ता है। इसमें छात्रों को लॉजिस्टिक्स, प्रोक्योरमेंट (खरीद), इन्वेंटरी कंट्रोल, ट्रांसपोर्टेशन और सप्लाई चेन स्ट्रैटेजी जैसे विषयों की गहरी समझ दी जाती है। यह कोर्स इसलिए बहुत उपयोगी है क्योंकि आज के समय में हर कंपनी, चाहे वह छोटी हो या बड़ी, अपने सामान को ग्राहकों तक जल्दी और सही सलामत पहुंचाना चाहती है। इस कोर्स के माध्यम से आप एनालिटिकल स्किल्स, प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स और कम्युनिकेशन स्किल्स सीखते हैं, जो आपको इस फील्ड में सफल होने में मदद करती हैं। आप यह भी सीखते हैं कि टेक्नोलॉजी का उपयोग करके सप्लाई चेन को कैसे और अधिक कुशल बनाया जा सकता है।

B.Com in Supply Chain Management की पात्रता (Eligibility Criteria)

इस कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों को कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करना होता है। आमतौर पर, ज्यादातर कॉलेजों के लिए योग्यता मानदंड समान होते हैं, लेकिन कुछ संस्थानों के अपने अलग नियम भी हो सकते हैं।

  • शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 10+2 या इसके समकक्ष परीक्षा पास होना चाहिए।
  • जरूरी सब्जेक्ट्स: वैसे तो किसी भी स्ट्रीम के छात्र इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है। कुछ कॉलेज यह भी मांग कर सकते हैं कि छात्र ने 12वीं में गणित या अकाउंटेंसी जैसे विषय पढ़े हों।
  • न्यूनतम अंक: सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 12वीं में कम से कम 50% अंक लाना अनिवार्य हो सकता है, जबकि SC/ST/OBC वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 45% तक की छूट मिल सकती है।
  • एंट्रेंस एग्जाम: कुछ टॉप यूनिवर्सिटी और कॉलेज अपने एंट्रेंस एग्जाम भी आयोजित कर सकते हैं, जैसे CUET या JET। हालांकि, ज्यादातर कॉलेजों में एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है।
  • उम्र सीमा: आमतौर पर इस कोर्स के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं होती है।

 

एलिजिबिलिटी का टेबल
योग्यता विवरण
शैक्षणिक योग्यता 10+2 पास (किसी भी स्ट्रीम से)
न्यूनतम अंक आमतौर पर 50% (आरक्षित वर्ग के लिए छूट)
स्ट्रीम कॉमर्स स्ट्रीम को प्राथमिकता दी जाती है
एंट्रेंस एग्जाम कुछ कॉलेजों के लिए जरूरी हो सकता है

B.Com in Supply Chain Management में एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process)

भारत में B.Com in Supply Chain Management कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया कॉलेज और यूनिवर्सिटी के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। ज्यादातर एडमिशन या तो मेरिट-बेस्ड होते हैं या एंट्रेंस एग्जाम-बेस्ड।

  • मेरिट-बेस्ड एडमिशन: ज्यादातर कॉलेज 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर सीधे एडमिशन देते हैं। छात्रों को कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होता है और अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं। इसके बाद कॉलेज एक मेरिट लिस्ट जारी करता है।
  • एंट्रेंस-बेस्ड एडमिशन: कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय और कॉलेज एडमिशन के लिए अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। इन परीक्षाओं में पास होने वाले छात्रों को काउंसलिंग या इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद फाइनल सिलेक्शन होता है।
  • आवेदन कैसे करें: छात्र कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म भरते समय जरूरी डॉक्यूमेंट्स जैसे 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, फोटो और सिग्नेचर अपलोड करने होते हैं।

सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों की एडमिशन प्रक्रिया में थोड़ा अंतर हो सकता है। सरकारी कॉलेजों में अक्सर कट-ऑफ बहुत हाई जाती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटा के तहत भी एडमिशन का विकल्प हो सकता है।

B.Com in Supply Chain Management कोर्स की फीस (Course Fees)

B.Com in Supply Chain Management कोर्स की फीस कॉलेज के प्रकार (सरकारी या प्राइवेट) और उसकी लोकेशन पर बहुत निर्भर करती है। आमतौर पर, सरकारी कॉलेजों की फीस प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में काफी कम होती है।

कॉलेज टाइप फीस (प्रति वर्ष)
सरकारी कॉलेज ₹11,000 – ₹50,000
प्राइवेट कॉलेज ₹50,000 – ₹3,50,000

इसके अलावा, कई कॉलेज मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप भी प्रदान करते हैं। आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के छात्रों के लिए सरकारी नियमों के अनुसार फीस में छूट का भी प्रावधान होता है।

B.Com in Supply Chain Management के सब्जेक्ट्स और सिलेबस

यह 3 साल का कोर्स 6 सेमेस्टर में बंटा होता है। सिलेबस को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि छात्रों को कॉमर्स के बेसिक विषयों के साथ-साथ सप्लाई चेन मैनेजमेंट की गहरी जानकारी मिल सके।

सेमेस्टर मुख्य विषय
सेमेस्टर 1
  • इंट्रोडक्शन टू लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट
  • फाइनेंशियल अकाउंटिंग
  • बिजनेस इकोनॉमिक्स
  • इफेक्टिव कम्युनिकेशन
सेमेस्टर 2
  • शिपिंग एंड पोर्ट ऑपरेशन्स
  • कस्टमर सर्विस एंड रिलेशनशिप मैनेजमेंट
  • बिजनेस स्टेटिस्टिक्स
  • ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
सेमेस्टर 3
  • प्रोक्योरमेंट एंड क्वालिटी मैनेजमेंट
  • बिजनेस लॉ
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट
  • डिजिटल टूल्स फॉर बिजनेस
सेमेस्टर 4
  • वेयरहाउसिंग एंड मैटेरियल्स मैनेजमेंट
  • कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग
  • कस्टम्स लॉ एंड रेगुलेशंस
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
सेमेस्टर 5
  • सप्लाई चेन एनालिटिक्स
  • एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट मैनेजमेंट
  • डायरेक्ट एंड इनडायरेक्ट टैक्सेशन
  • नेगोशिएशन स्किल्स
सेमेस्टर 6
  • स्ट्रेटेजिक ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट
  • लॉजिस्टिक्स रिस्क एंड इंश्योरेंस मैनेजमेंट
  • ई-कॉमर्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप
  • ऑन द जॉब ट्रेनिंग/प्रोजेक्ट वर्क

प्रैक्टिकल वर्क: इस कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज पर भी जोर दिया जाता है। छात्रों को इंडस्ट्रियल विजिट्स, इंटर्नशिप और केस स्टडीज के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार किया जाता है।

B.Com in Supply Chain Management के बाद करियर स्कोप और जॉब ऑप्शन्स

इस कोर्स को पूरा करने के बाद करियर की संभावनाएं बहुत अच्छी हैं। भारत में बढ़ते ई-कॉमर्स, रिटेल, मैन्युफैक्चरिंग और लॉजिस्टिक्स सेक्टर की वजह से सप्लाई चेन प्रोफेशनल्स की मांग लगातार बढ़ रही है।

जॉब प्रोफाइल्स:

  • लॉजिस्टिक्स मैनेजर: कंपनी के सामान के ट्रांसपोर्टेशन, स्टोरेज और डिस्ट्रीब्यूशन की पूरी जिम्मेदारी संभालते हैं।
  • सप्लाई चेन एनालिस्ट: डेटा का विश्लेषण करके सप्लाई चेन को और बेहतर बनाने के तरीके खोजते हैं।
  • इन्वेंटरी कंट्रोल मैनेजर: कंपनी के स्टॉक लेवल को मैनेज करते हैं ताकि सामान की कमी या अधिकता न हो।
  • प्रोक्योरमेंट मैनेजर (खरीद प्रबंधक): कंपनी के लिए कच्चा माल और सेवाएं खरीदने का काम करते हैं।
  • वेयरहाउस मैनेजर: गोदाम के संचालन और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • ऑपरेशन्स मैनेजर: कंपनी के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते हैं।

सरकारी और प्राइवेट सेक्टर:

ग्रेजुएट्स को HCL, TCS, Amazon, Toyota, City Bank जैसी टॉप प्राइवेट कंपनियों में नौकरी मिल सकती है। इसके अलावा, भारतीय रेलवे, पोर्ट ट्रस्ट और सरकारी ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन जैसे सरकारी क्षेत्रों में भी जॉब के अवसर उपलब्ध हैं।

हायर एजुकेशन:

B.Com के बाद, छात्र चाहें तो M.Com या MBA in Supply Chain Management जैसे कोर्स करके अपने करियर को और बेहतर बना सकते हैं। इससे उन्हें सीनियर मैनेजमेंट रोल्स में जाने में मदद मिलती है।

B.Com in Supply Chain Management कोर्स के बाद सैलरी और करियर ग्रोथ

सप्लाई चेन मैनेजमेंट में सैलरी अनुभव, स्किल्स, कंपनी और शहर जैसे कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है। शुरुआत में सैलरी थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन अनुभव बढ़ने के साथ यह काफी अच्छी हो जाती है।

एक फ्रेशर के तौर पर आप सालाना ₹2 लाख से ₹7 लाख तक की उम्मीद कर सकते हैं। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद, सैलरी काफी बढ़ जाती है। मिड-लेवल पर प्रोफेशनल्स सालाना ₹10 लाख तक कमा सकते हैं, जबकि सीनियर-लेवल पर यह ₹15 लाख या उससे भी अधिक हो सकती है।

अनुमानित सैलरी (INR में)
लेवल अनुमानित सैलरी (प्रति वर्ष)
एंट्री लेवल (0-2 साल का अनुभव) ₹3,00,000 – ₹5,00,000
मिड लेवल (3-7 साल का अनुभव) ₹6,00,000 – ₹10,00,000
सीनियर लेवल (8+ साल का अनुभव) ₹12,00,000+

भारत के टॉप कॉलेज्स – B.Com in Supply Chain Management कोर्स के लिए

भारत में कई अच्छे कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं जो यह कोर्स ऑफर करते हैं। नीचे कुछ प्रमुख संस्थानों की लिस्ट दी गई है:

कॉलेज/यूनिवर्सिटी का नाम शहर/राज्य एडमिशन प्रोसेस रैंकिंग/हाइलाइट्स
क्रिस्टु जयंती कॉलेज बेंगलुरु, कर्नाटक मेरिट-बेस्ड NAAC ‘A++’ ग्रेड
JECRC यूनिवर्सिटी जयपुर, राजस्थान मेरिट/एंट्रेंस-बेस्ड (JET) टॉप प्राइवेट यूनिवर्सिटी में शामिल
जैन यूनिवर्सिटी (ऑनलाइन) बेंगलुरु, कर्नाटक डायरेक्ट एडमिशन CIPS, UK के सहयोग से कोर्स ऑफर
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ लॉजिस्टिक्स चेन्नई, तमिलनाडु मेरिट-बेस्ड लॉजिस्टिक्स एजुकेशन के लिए प्रसिद्ध
आत्मिया यूनिवर्सिटी राजकोट, गुजरात मेरिट-बेस्ड इंडस्ट्री फोकस्ड करिकुलम

B.Com in Supply Chain Management के बारे में अंतिम शब्द

B.Com in Supply Chain Management एक बहुत ही प्रैक्टिकल और जॉब-ओरिएंटेड कोर्स है। अगर आपकी रुचि मैनेजमेंट, प्लानिंग और लॉजिस्टिक्स में है, और आप एक ऐसे करियर में जाना चाहते हैं जहाँ ग्रोथ की अच्छी संभावनाएं हों, तो यह कोर्स आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। यह कोर्स न केवल आपको एक अच्छी नौकरी दिला सकता है, बल्कि भविष्य में आप अपना खुद का लॉजिस्टिक्स या सप्लाई चेन का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।

हमेशा याद रखें कि किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले उसकी ऑफिशियल वेबसाइट को अच्छी तरह से चेक कर लें और कोर्स के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। अगर आपके मन में कोई और सवाल है, तो आप कमेंट्स में पूछ सकते हैं!

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